About the Book
प्रस्तुत पुस्तक में महात्मा गांधी नरेगा योजना तथा भारत निर्माण एवं आर्थिक व सामाजिकोत्थान में इसके योगदान की व्यापक रूप से विवेचना की गई है। पुस्तक में विषय से सम्बिधित नवीनतम्, महत्वपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक सामग्री के समावेश के साथ-साथ महात्मा गांधी नरेगा के सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक पक्षों का विश्लेषण भी किया गया है। पुस्तक कुल सात अध्यायों में विभक्त है - प्रथम अध्याय में, महात्मा गांधी नरेगा की प्रकृति एवं उद्देश्यों की विवेचना की गई है; द्वितीय अध्याय में, भारत के ग्रामीण सामाजिक एवं आर्थिक परिदृश्य पर गहन दृष्टिपात किया गया है; तृतीय अध्याय में, ग्रामीण भारत में अभी तक हुए सामाजिकोत्थान के विभिन्न प्रयासों पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला गया है; चतुर्थ अध्याय में, महात्मा गांधी नरेगा योजना का विस्तृत रूप से समावेश किया गया है; पंचम् अध्याय में, योजना के सैद्धान्तिक पक्ष का उल्लेख किया गया है; षष्ठम् अध्याय में, योजना की व्यावहारिक स्थिति का वर्णन किया गया है तथा सप्तम् अध्याय, ‘मनरेगा : एक सामयिक कार्यक्रम’ विषय पर केन्द्रित है।
यह पुस्तक राजनीति विज्ञान के स्नातक व स्नातकोत्तर विद्यार्थियों तथा सम्बन्ध्ति प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए अत्यन्त कारगर सिद्ध होगी।
Contents
1. प्रस्तावना, विषय की प्रकृति एवं उद्देश्य
2. भारत का ग्रामीण सामाजिक एवं आर्थिक परिदृश्य
3. ग्रामीण भारत में सामाजिकोत्थान के प्रयास
4. महात्मा गांधी नरेगा : एक अनुशीलन
5. क्रियान्वयन के सैद्धान्तिक पक्ष
6. योजना की व्यावहारिक स्थिति
7. मनरेगा : एक सामयिक कार्यक्रम
About the Author / Editor
धर्मराज शर्मा भरतराज पी.जी. महाविद्यालय, पलसाना, सीकर में प्राचार्य तथा राजनीति विज्ञान विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आई.सी.एस.एस.आर.) मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली तथा राजनीति विज्ञान विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च फैलो के रूप में भी शोध् कार्य किया है। प्रसार भारती आकाशवाणी, नई दिल्ली द्वारा इनके अनेक पत्र पुरस्कृत हो चुके हैं तथा इनके आलेख व शोध-पत्र समय-समय पर विभिन्न समाचार पत्रों और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में छपते रहते हैं।