About the Book
सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य समाज कार्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण और प्राथमिक विधि है। प्रस्तुत ग्रन्थ में इस विधि की विवेचना की गई है। ग्रन्थ के तीन खण्ड हैं। प्रथम खण्ड में विषय का सैद्धान्तिक विवेचन किया गया है, सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य का अर्थ निरूपण फ्रिडलेण्डर और हैमिल्टन के विचारों से आगे बढ़कर भारतीय परिवेश में किया गया है। वैयक्तिक सेवा कार्य में सेवार्थी एवं कार्यकर्ता के संबंधें के सिद्धान्तों का निरूपण करते हुए अभ्यास के सिद्धान्तों पर भी प्रकाश डाला गया है। वैयक्तिक सेवा कार्य की प्रक्रिया में अध्ययन एवं निदान और उपचार के क्रम में कुछ नवीन तकनीकों पर भी प्रकाश डाला गया है। वैयक्तिक सेवा कार्य के अभिगमों का निरूपण भी अपने ढंग से करते हुए कुछ नवीन और महत्वपूर्ण अभिगमों पर प्रकाश डाला गया है।
ग्रन्थ के द्वितीय खण्ड में समाज कार्य के विभिन्न क्षेत्रों में वैयक्तिक सेवा कार्य की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया है। प्रस्तुत ग्रन्थ में समाज कार्य के क्षेत्र में श्रम कल्याण की उपयोगिता को बहुत ही आलोचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। इसके अतिरिक्त चिकित्सा एवं मनोचिकित्सा, बाधितों के कल्याण, अपराधी सुधार, बाल कल्याण एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में भी सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया।
तृतीय खण्ड में वैयक्तिक सेवा कार्य से संबंधित कुछ मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। इस क्रम में व्यक्तित्व, उसकी विचारधारायें तथा उसके विविध पहलुओं पर सर्वप्रथम प्रकाश डाला गया है। तत्पश्चात् मानव व्यवहार के मनोवैज्ञानिक आधारों पर प्रकाश डाला गया है। इसी खण्ड में मानव व्यवहारों का अर्थ तथा उनकी गत्यात्मकताओं पर भी प्रकाश डाला गया है। आशा हैं कि यह ग्रन्थ समाज कार्य के स्नातकोत्तर एवं पीएच.डी. स्तर के छात्रों और संबंधित अध्यापकों के लिए उपयोगी होगा।
Contents
प्रथम खण्ड
1 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य का अर्थ निरूपण
2 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य की विकासात्मक पृष्ठभूमि
3 कार्यकर्ता-सेवार्थी संबंध एवं तद्विषयक सिद्धांत
4 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य के अंगभूत
5 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य के कुछ व्यावहारिक सिद्धांत
6 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य के कुछ प्रमुख आयाम
7 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य के अभिगम
8 वैयक्तिक सेवा कार्य के चरण: अध्ययन
9 वैयक्तिक सेवा कार्य के चरण: निदान
10 वैयक्तिक सेवा कार्य के चरण: अन्तःक्षेप एवं उपचार
11 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य में साक्षात्कार
12 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य में अभिलेखन
13 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य में अन्यारोपण
14 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य का समाज कार्य की अन्य विधियों से संबंध
15 सामाजिक क्रिया एवं वैयक्तिक सेवा कार्य
द्वितीय खण्ड
16 श्रम कल्याण एवं समाज कार्य/सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य
17 चिकित्सा एवं मनोचिकित्सा में वैयक्तिक सेवा कार्य
18 बाधितों की सहायता हेतु वैयक्तिक सेवा कार्य
19 अपराध सुधर और वैयक्तिक सेवा कार्य
20 बालकों की समस्या तथा वैयक्तिक सेवा कार्य
21 परिवार एवं वैयक्तिक सेवा कार्य
तृतीय खण्ड
22 व्यक्तित्व
23 व्यवहार के सिद्धान्त एवं व्यवहार की गत्यात्मकता
24 मानव-व्यवहार के मनोवैज्ञानिक आधर
25 सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य में रक्षायुक्ति एवं प्रतिरोध
About the Author / Editor
बालेश्वर पाण्डेय समाज कार्य संकाय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी में दो बार (1986-88 और 1996-98) संकायाध्यक्ष के पद पर; तथा 7 वर्षों तक समाज कार्य विभाग में अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। सम्प्रति वे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में समाज कार्य विभाग में अतिथि प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त, वे अवध विश्वविद्यालय, फैज़ाबाद, गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद एवं कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। वे कई विश्वविद्यालयों के अध्ययन मण्डल, चयन समिति और शोध समिति के सदस्य रह चुके हैं।
डाॅ. पाण्डेय को तीन दशक से अधिक का शैक्षिक एवं शोध क्षेत्र में व्यापक अनुभव है। उनके समाजकार्य एवं मानव संसाधन से संबंधित 22 उच्च स्तरीय ग्रन्थ प्रकाशित हैं।
तेजस्कर पाण्डेय उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित वरिष्ठ अधिकारी हैं। इन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न पदों पर कार्य किया है। आपने मास्टर ऑफ साइन्स की गणित परीक्षा में गोल्ड मेडल तथा मास्टर ऑफ सोशल वर्क, मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन जरनलिज्म एण्ड माॅस कम्युनिकेशन, पी.जी. डिप्लोमा इन कम्प्यूटर एप्लीकेशन की उपाधी भी प्राप्त की है। आपके द्वारा सामाजिक विकास से संबंधित मुद्दों पर हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम में कई लेख तथा 20 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं, जो कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। समाज कार्य आपके लेखन का पसंदीदा विषय है, जिसमें इनकी निम्नलिखित पुस्तकें प्रकाशित हैं - समाज कार्य पर व्याख्यान, समाज कार्य दर्शन एवं प्रणालियां, भारत में सामाजिक समस्या, लेक्चर्स आॅन सोशल वर्क एवं भारत में समाज कार्य के क्षेत्र।